Air India Plane Crash: अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद 12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, मेघानीनगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मृत्यु हो गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति, ब्रिटिश मूल के भारतीय नागरिक विश्वास कुमार रमेश, का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस त्रासदी के बाद, टाटा समूह और एयर इंडिया ने पीड़ितों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
Air India Plane Crash: मुआवजे की घोषणा
टाटा समूह की घोषणा: टाटा समूह, जो एयर इंडिया का मालिक है, ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। यह मुआवजा न केवल विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के लिए है, बल्कि जमीन पर मारे गए लोगों, जैसे बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रों और स्थानीय निवासियों के परिवारों के लिए भी लागू है। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, “हम इस त्रासदी से गहरे दुख में हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं, और हम उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।“
एयर इंडिया का अंतरिम मुआवजा: एयर इंडिया ने 14 जून 2025 को प्रत्येक मृतक के परिवार और एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति के लिए 25 लाख रुपये (लगभग 21,000 GBP) के अंतरिम मुआवजे की घोषणा की। यह राशि टाटा समूह द्वारा घोषित 1 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है। एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कहा, “यह अंतरिम भुगतान तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए है। हम पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता में खड़े हैं और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे।”
अतिरिक्त सहायता: टाटा समूह ने घायलों के चिकित्सा खर्च को वहन करने और बी.जे. मेडिकल कॉलेज के क्षतिग्रस्त छात्रावास के पुनर्निर्माण में मदद करने का भी वादा किया है। इसके अलावा, एयर इंडिया ने पीड़ितों के परिजनों के लिए दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद के लिए विशेष राहत उड़ानें शुरू की हैं, जिनके लिए हेल्पलाइन नंबर (1800 5691 444 और +91 8062779200) जारी किए गए हैं।
Air India Plane Crash: मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के तहत मुआवजा
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए मॉन्ट्रियल कन्वेंशन, 1999 के तहत, एयर इंडिया प्रत्येक मृतक यात्री के लिए 151,880 विशेष आहरण अधिकार (SDRs) यानी लगभग 1.8 करोड़ रुपये का मुआवजा देने के लिए बाध्य है, चाहे दुर्घटना में एयरलाइन की गलती हो या न हो। यदि एयरलाइन की लापरवाही सिद्ध होती है, तो यह राशि और बढ़ सकती है। इसके अतिरिक्त, कन्वेंशन के तहत तत्काल जरूरतों के लिए 16,000 SDRs (लगभग 18 लाख रुपये) का अग्रिम भुगतान अनिवार्य है।
Air India Plane Crash: बीमा मुआवजा
प्रत्येक मृतक यात्री के लिए लगभग 1.5 करोड़ रुपये का बीमा मुआवजा भी प्रदान किया जाएगा, जिसे टाटा AIG जनरल इंश्योरेंस, ICICI लोम्बार्ड, न्यू इंडिया एश्योरेंस और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के कंसोर्टियम द्वारा प्रबंधित किया जाएगा।
अन्य सहायता उपाय
- एलआईसी की छूट: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने पीड़ितों के बीमा दावों के लिए दस्तावेजों में छूट की घोषणा की है। मृत्यु प्रमाणपत्र के अभाव में, सरकारी रिकॉर्ड या मुआवजा भुगतान का सबूत स्वीकार किया जाएगा।
- IMA की मांग: भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने टाटा संस को पत्र लिखकर बी.जे. मेडिकल कॉलेज के मृत और घायल छात्रों और डॉक्टरों के लिए समान मुआवजे की मांग की है।
दुर्घटना की जांच के लिए विमानन मंत्रालय के तहत विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने औपचारिक जांच शुरू की है। एक ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जो जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समिति भी गठित की गई है, जो तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देगी।
इसके अलावा, DGCA ने एयर इंडिया के पूरे बोइंग 787 बेड़े की एकमुश्त सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। नौ विमानों की जांच पूरी हो चुकी है, और बाकी 24 विमानों की जांच जल्द पूरी होगी।
एयर इंडिया और टाटा समूह ने इस त्रासदी के बाद पीड़ितों के परिवारों और घायलों के लिए त्वरित सहायता और मुआवजे की घोषणा करके जिम्मेदारी का परिचय दिया है। मॉन्ट्रियल कन्वेंशन और बीमा दावों के तहत अतिरिक्त मुआवजा भी सुनिश्चित किया जाएगा। यह हादसा भारत के लिए सबसे घातक विमानन त्रासदियों में से एक है, और जांच के परिणाम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।