उत्तर प्रदेश पुलिस ने कुंभ में पेश किया ‘अभूतपूर्व’ भीड़ प्रबंधन मॉडल: डीजीपी प्रशांत कुमार
1. कुंभ में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन का नया मॉडल
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) | 26 फरवरी 2025 (ANI): उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा कि पुलिस ने महाकुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है।

2. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर विशेष इंतजाम
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमने विश्व स्तरीय तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग कर भीड़ प्रबंधन और निगरानी का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया है।”
3. 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान
उन्होंने बताया कि महाकुंभ 2025 के अंतिम ‘अमृत स्नान’ का शुभारंभ बुधवार सुबह हुआ। इस दौरान पूरे राज्य में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे थे। महाकुंभ के अंतिम दिन 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र स्नान किया।
4. एजेंसियों के सहयोग से मिला ‘अभूतपूर्व’ परिणाम
डीजीपी ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों से मिले सहयोग ने पुलिस को इस ‘अभूतपूर्व’ व्यवस्था को सफलतापूर्वक संचालित करने में मदद की।
5. अयोध्या, वाराणसी और विन्ध्यवासिनी देवी में श्रद्धालुओं का सैलाब
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज से अयोध्या, वाराणसी और विन्ध्यवासिनी देवी मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। रेलवे की मदद से स्नान वाले दिनों में 5 लाख यात्री और अन्य दिनों में 3-4 लाख यात्री यात्रा कर रहे थे।
6. सुरक्षा बलों की 45 दिनों की मेहनत और दो महीने की ट्रेनिंग
डीजीपी ने कहा, “यह हमारे लिए सिर्फ एक चुनौती नहीं बल्कि एक अवसर था। हमारे सुरक्षाकर्मियों ने 45 दिनों तक ज़मीन पर काम किया और दो महीने की विशेष ट्रेनिंग ली। हमने ऐसा उदाहरण स्थापित किया है जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।”
7. त्रिवेणी संगम में उमड़ा आस्था का सैलाब
महाकुंभ के अंतिम दिन श्रद्धालु बड़ी संख्या में त्रिवेणी संगम पहुंचे और डुबकी लगाई। इस दौरान ड्रोन से ली गई तस्वीरों में श्रद्धालुओं का विशाल समूह दिखाई दिया।
8. श्रद्धालुओं में दिखा विशेष उत्साह
एक श्रद्धालु ने ANI से बातचीत में कहा, “मैं अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकती। हम विशेष रूप से महाकुंभ के अंतिम दिन का अनुभव लेने आए हैं। मां गंगा का आशीर्वाद मिलना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।”
9. प्रमुख स्नानों का कार्यक्रम
- पौष पूर्णिमा स्नान: 15 जनवरी
- मकर संक्रांति स्नान: 14 जनवरी
- मौनी अमावस्या स्नान: 29 जनवरी
- बसंत पंचमी स्नान: 3 फरवरी
- माघी पूर्णिमा स्नान: 12 फरवरी
- महाशिवरात्रि (अंतिम स्नान): 26 फरवरी
10. प्रमुख अखाड़ों की भागीदारी
महाकुंभ में निरंजनी अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा और जुना अखाड़ा समेत कई बड़े अखाड़ों ने भाग लिया। जुना अखाड़ा संन्यासी परंपरा का सबसे बड़ा अखाड़ा माना जाता है।
(स्रोत: ANI)
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