IPL 2025: Vaibhav Suryavanshi ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेली धमाकेदार पारी, 14 साल की उम्र में रच रहे हैं इतिहास

Vaibhav Suryavanshi, Jaipur, VNX Report: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय सनसनी Vaibhav Suryavanshi ने एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत को चौंका दिया। सवाई मानसिंह स्टेडियम में गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेले गए मुकाबले में Vaibhav Suryavanshi ने मात्र 35 गेंदों में शतक जड़कर इतिहास रच दिया। उनकी इस विस्फोटक पारी ने न केवल राजस्थान रॉयल्स को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के बीच उनकी चर्चा को और तेज कर दिया।

मैच में वैभव का जलवा

गुजरात टाइटंस के खिलाफ इस अहम मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। नियमित कप्तान संजू सैमसन की अनुपस्थिति में रियान पराग ने टीम की कमान संभाली, और Vaibhav Suryavanshi को यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग के लिए भेजा गया। वैभव ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से गुजरात के दिग्गज गेंदबाजों मोहम्मद सिराज, प्रसीद कृष्णा और इशांत शर्मा को निशाना बनाया। उन्होंने 38 गेंदों में 101 रन बनाए, जिसमें 7 छक्के और 11 चौके शामिल थे। 

वैभव सूर्यवंशी: एक उभरता सितारा

बिहार के समस्तीपुर से ताल्लुक रखने वाले Vaibhav Suryavanshi ने बहुत कम उम्र में क्रिकेट की दुनिया में अपनी जगह बनाई है। 27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव ने 13 साल की उम्र में ही राजस्थान रॉयल्स द्वारा आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में 1.1 करोड़ रुपये में खरीदे जाने पर सुर्खियां बटोरी थीं। वह आईपीएल इतिहास के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए, जब उन्होंने 19 अप्रैल 2025 को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ डेब्यू किया। अपने पहले ही मैच में वैभव ने पहली गेंद पर छक्का जड़कर सबको हैरान कर दिया और 20 गेंदों में 34 रनों की पारी खेली।

Vaibhav Suryavanshi ने अपने कोच ब्रजेश झा के मार्गदर्शन में क्रिकेट की बारीकियां सीखीं। उनके कोच के अनुसार, वैभव ने बचपन से ही कठिन परिस्थितियों का सामना किया और अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे। क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में संतुलन बनाना उनके लिए चुनौती रहा, लेकिन उनकी लगन ने उन्हें कभी पीछे नहीं हटने दिया।

दिग्गजों की नजर में वैभव

Vaibhav Suryavanshi की बल्लेबाजी ने न केवल फैंस, बल्कि क्रिकेट के दिग्गजों का भी ध्यान खींचा है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने वैभव को सलाह दी कि वह विराट कोहली की तरह लंबे समय तक आईपीएल में खेलने का लक्ष्य रखें और अपनी सफलता को सिर पर न चढ़ने दें। वहीं, रवि शास्त्री ने कहा कि वैभव को असफलताओं से सीखना होगा, क्योंकि इतनी कम उम्र में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक हैं। राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने तो यहां तक भविष्यवाणी की कि वैभव दो साल के भीतर भारतीय टीम में जगह बना सकते हैं।

मैच का हाल और राजस्थान की स्थिति

गुजरात टाइटंस के खिलाफ इस मैच में राजस्थान रॉयल्स की स्थिति बेहद नाजुक थी, क्योंकि हार उन्हें प्लेऑफ की दौड़ से बाहर कर सकती थी। गुजरात की टीम, शुभमन गिल की कप्तानी में, मजबूत स्थिति में थी और जीत के साथ अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल करना चाहती थी। हालांकि, वैभव की तूफानी शुरुआत ने राजस्थान को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाई। गुजरात ने पावरप्ले में बिना विकेट खोए 53 रन बनाए, लेकिन वैभव की पारी ने राजस्थान के लिए उम्मीद की किरण जगाई।

वैभव का भविष्य

14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने न केवल अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, आत्मविश्वास और बड़े मंच पर प्रदर्शन करने की क्षमता उन्हें खास बनाती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी कम उम्र में मिली शोहरत को संभालना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी। वैभव की कहानी प्रेरणादायक है, जो यह दिखाती है कि मेहनत और लगन से छोटे शहरों से भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं।
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